हिंदी साहित्य विगत वर्षों के प्रश्न पत्र :- रीतिकाल | Hindi Literature UPSC PYQ Topic Wise RITIKAAL | Hindi Literature UPSC PYQ RITIKAAL

Hindi Literature UPSC PYQ Topic Wise RITIKAAL

1. घनानंद की काव्यगत विशेषताएँ (टिप्पणी) -2000

2. क्या रीतिकालीन काव्य दरबारी काव्य होते हुए भी लोकजीवन से जुड़ा है? सोदाहरण उत्तर दीजिये। -2000

3. दरबारी वातावरण में विकसित रीतिकाव्य की उपलब्धियों क्या हैं? मूल्यांकन कीजिये। -2001

4. ‘बिहारी सतसई’ की काव्यगत विशेषताएँ (टिप्पणी) -2002-

5. केशवदास की रामचन्द्रिका में संवाद-योजना (टिप्पणी) -2003

6. ‘सूर सूर तुलसी शशि उडगन केशवदास’ (टिप्पणी) -2004

7. बिहारी का अर्थगर्भत्व (टिप्पणी) -2005

8. केशव का आचार्यत्व (टिप्पणी) -2008

9. रीतिबद्ध काव्य के स्वरूप का स्पष्ट करते हुए उसकी प्रमुख प्रवृत्तियों पर प्रकाश डालिये। 2008

10. रीतिकालीन काव्य की स्वच्छंदतावादी प्रवृत्ति के स्वरूप को स्पष्ट करते हुए घनानंद के काव्य की सोदाहरण विवेचना कीजिये। -2009

11. रीतिबद्ध काव्य और रीतिमुक्त काव्य में क्या अंतर हैं? स्पष्ट कीजिये। -2011

12. पद्माकर और देव की रीतिबद्ध कविता (टिप्पणी) -2012

13. प्रेम की पीर के कवि घनानंद (टिप्पणी) -2013

14. घनानंद की काव्यगत विशेषताएँ (टिप्पणी) -2014

15. पदमाकर की काव्य-कला पर प्रकाश डालिये। -2014

16. केशव की संवाद-योजना -2015

17. बिहारी की काव्यगत विशेषताओं का विवेचन अनुभूति एवं अभिव्यक्ति – उभय दृष्टियों से कीजिये। -2015

18. तुलसीदास और केशवदास की रामभक्ति से जुड़ी कविताओं में पृथकता के कारण (टिप्पणी) -2016

19. केशव की संवाद-योजना की विशेषताएँ (टिप्पणी) -2017

20. रीतिमुक्त कवियों की प्रणय चेतना (टिप्पणी) -2018

 

 

 

 

 

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