HOW TO DEAL WITH NEGATIVE / TOXIC  PEOPLE IN HINDI

 

NEGATIVE / TOXIC  PEOPLE IN HINDI

हमारे जीवन में या संपर्क में नकारात्मक व्यक्ति का होना आम बात हैं। व्यक्ति का जीवन नकारत्मक विचारो या नकरात्मक व्यक्तियों द्वारा किसी न किसी रूप में प्रभावित होता ही हैं। नकारात्मक विचार या नकारात्मक व्यक्तियों ( NEGATIVE THOUGHTS AND NEGATIVE / TOXIC  PEOPLE) का संपर्क जीवन की अनेक सम्भावनाओ को समाप्त कर देते हैं। अतः हमे जीवन में नकारात्मक विचार या नकारात्मक व्यक्तियों ( NEGATIVE THOUGHTS AND NEGATIVE / TOXIC PEOPLE) को पहचानना और उनका सामना करना आना चाहिए।


इंसान एक सामाजिक प्राणी हैं । समाज एक ऐसी व्यवस्था हैं जो इंसान को उसके सर्वांगीण विकास हेतु अनेक सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान करता हैं। इंसान का जीवन अनेक संभावनाओं से परिपूर्ण होता है। परन्तु जीवन में अनेक बार ऐसे नकारात्मक विचार या नकारात्मक व्यक्तियों ( NEGATIVE THOUGHTS AND NEGATIVE / TOXIC PEOPLE) से सामना होता हैं ,जो इन संभावनाओं को समाप्त या इनको प्रभावित करने का प्रयास करते हैं। आमतौर पर कहा भी जाता है कि जीवन ही संघर्ष हैं। इस संघर्ष के सफ़र में अनेक शुभचिंतक भी जीवन मे मिलते है वही अनेक नकारात्मक व्यक्तियों (NEGATIVE PEOPLE) का भी सामना जीवन मे करना पड़ता हैं। ऐसे नकारात्मक व्यक्ति जीवन संघर्ष को ओर अधिक कठिन बनाने की कोशिश करते हैं। वो हमारी मानसिकता पर प्रहार करना चाहते हैं। जिससे हम कमजोर हो जाये और जीवन संघर्ष में अपने घुटने टेक दे । 

 

 

नकारात्मक व्यक्तियों को पहचानना अत्यंत आवश्यक । 

 


सर्वप्रथम ये जानना अत्यंत आवश्यक होता हैं कि कौन व्यक्ति सच मे हमारा शुभचिंतक हैं और कौन हमे कमजोर करना चाहता हैं। दो तरह के व्यक्ति हमारी आलोचना करते है। पहले वो जो हमारी कमियों पर प्रहार करके उन्हें दूर करने में हमारी मदद करना चाहते है। दूसरे वो जो हमारी आलोचना इसलिए करते है या ऐसा करने के अवसर की प्रतीक्षा में रहते ; जिससे हमे मानसिक तौर पर कमजोर किया जा सके। सर्वप्रथम हमें ये जानना अत्यंत आवश्यक हैं कि कौनसी आलोचना हमारी सहायता हेतु है और कौनसी हमे कमजोर करने हेतु हैं।


कुछ व्यक्ति अत्यंत शातिर तरीके से हमारी इच्छाशक्ति को कमजोर करने का प्रयास करते हैं; आवश्यक ही नहीं कि ऐसे व्यक्ति बाहर के ही हो ये आपके अपने तथाकथित दोस्त ,  रिश्तेदार, सगे संबंधी भी हो सकते हैं । आमतौर ये आपके करीबी ही होते हैं क्योंकि जो आपके संपर्क समूह में नहीं है उससे बहुत कम खतरा रहता है कि वो आपकी मानसिकता पर प्रहार कर पाएं। 

 

 

नकारात्मक  व्यक्तियों से कैसे बचें । HOW TO DEAL WITH NEGATIVE / TOXIC PEOPLE IN HINDI

 

किस प्रकार पहचाने नकारात्मक  व्यक्तियों को  / HOW TO RECOGNIZED NEGATIVE PEOPLE –

1 . नकारात्मक विचार या नकारात्मक व्यक्ति (NEGATIVE THOUGHTS AND NEGATIVE / TOXIC  PEOPLE) जो आपको हानि पहुँचाना चाहते है वो कभी गुणों या अच्छी बातो की तारीफ आपके सामने या पीछे भी नहीं करते हैं। क्योकि उन्हें डर  लगा रहता है कि कही इससे तुम्हे प्रोत्साहन या आतंरिक शक्ति न मिल जाएं।

2 . नकारात्मक विचार या नकारात्मक व्यक्ति (NEGATIVE THOUGHTS AND NEGATIVE / TOXIC  PEOPLE) आपके हज़ार अच्छी बातो में से भी एक कमजोर बात को पकड़ कर , आप पर प्रहार करना चाहेंगे।

3 . अगर कभी भी किसी अन्य विषय पर चर्चा चल रही होती है तो नकारात्मक विचार वाले व्यक्ति चर्चा को इस प्रकार मोड़ने का प्रयास करेंगे कि जिससे उन्हें आप पर प्रहार करने का कोई अवसर मिल सके।

4 . जो व्यक्ति आपके व्यक्तित्व सामर्थ्य से खुद को असहज स्तिथि में पाते है। वो हमेशा प्रयास करेंगे कि आपको भी असहज महसूस कराया जाए।


5 . नकारात्मक व्यक्ति (NEGATIVE THOUGHTS AND NEGATIVE / TOXIC  PEOPLE) आपके सामने पल भर में कुछ ऐसी बात कह कर चले जाएंगे की शायद तब आप समझ भी नहीं पाए हो. परन्तु बाद में ये बाते आपकी मानसिकता के लिए मंद जहर की तरह कार्य करेंगी।


इस प्रकार के व्यक्तियों को पहचानने के लिए किसी विशेष यंत्र या ज्ञान की आवश्यकता नही होती है बल्कि भूतकाल में हुई घटनाओं या समय का अच्छे से , शांत मन से विश्लेषण करके आप ऐसे व्यक्तियों को आसानी से पहचान सकते हो।

 

नकारात्मक व्यक्तियों (NEGATIVE / TOXIC  PEOPLE) को पहचानना जितना अधिक आवश्यक है । उससे कही अधिक है उनसे अपनी मानसिकता का रक्षण करना ।

 

 

नकारात्मक व्यक्तियों (NEGATIVE / TOXIC  PEOPLE) से  बचने के  लिए निम्न तरीके अपनाएं जा सकते हैं-

 


1. सबसे पहले तो जितना हो सके नकारात्मक व्यक्तियों से संपर्क कम से कम रखें।

2. अगर कोई हमारा नाती-रिश्तेदार ही आपकी मानसिकता पर प्रहार करने का प्रयास करता हैं। तो जहाँ तक संभव हो ऐसे व्यक्तियों से कभी भी अनावश्यक वार्तालाप में नहीं उलझना चाहिए। जितनी जल्दी हो सके बात खत्म करके आगे बढ़ने का प्रयास करें।

 3. अपनी मानसिक शक्ति को दिन प्रतिदिन बढ़ाने का प्रयास करते रहे। इसके लिए अनेक उपाय या साधनों का प्रयास किया जा सकता हैं ।

4. मानसिक शक्ति को बढ़ाने के लिए योग, ध्यान अत्यंत लाभदायक सिद्ध होता हैं।

5. महापुरुषों की जीवनियों को पढ़ने से भी आपकी मानसिक शक्ति में वृद्धि होती हैं। आप मानसिक तौर पर जितने भी मजबूत होंगे आप पर नकारात्मक व्यक्तियों की बाते का प्रभाव उतना ही काम होगा।

6.समय के साथ साथ कौशल विकास पर भी ध्यान दे। इससे आपका व्यक्तित्व विकास होगा। इससे आप में एक आत्मविश्वास की भावना का विकास होगा जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर नकारात्मक विचार या  नकारात्मक व्यक्तियों का सामना करने का बल प्रदान करता हैं।

7. बहुत बार नकारात्मक व्यक्तियों के संपर्क से दूर जा पाना इतना आसान नही होता हैं। क्योंकि अधिकतर ऐसी स्तिथि होती है कि वो आपके करीबी ही होते हैं। ऐसी स्तिथि में ज्यादा सहन करने का प्रयास नही करना चाहिए । और अगर विरोध करना आवश्यक हो जाए तो इसके लिए भी तैयार रहे क्योकि हमारे जीवन लक्ष्य की प्राप्ति और मानसिकता का रक्षण अत्यंत आवश्यक होता हैं।

 

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