ऑनलाइन क्लासेस के लाभ और किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा

कोरोना महामारी की वजह से हमारी शिक्षा व्यवस्था में एक बड़ा परिवर्तन एवं एक नई प्रणाली बहुत बड़े स्तर पर शामिल हुई,वह थी ऑनलाइन क्लासेस । पहले भी ऑनलाइन क्लासेस होती थी परंतु इतने बड़े स्तर पर नहीं।
अचानक से कोरोना महामारी के कारण बिना किसी पूर्ण योजना के ऑनलाइन क्लासेस से शिक्षको के साथ-साथ विद्यार्थियों को भी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ा। अब ये भी सवाल उठने लगा हैं कि :-

क्या हम आगे भी ऑनलाइन क्लासेस जारी रख सकते हैं या नहीं?

आखिर इसके क्या-क्या फायदे नज़र आते हैं ?

ऑनलाइन क्लासेस से किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ा ? 


इसी तरह के अनेक सवालों के जवाब जानने के लिए हमने अल्मोड़ा के विवेकानंद इंटर कॉलेज के अनेक शिक्षकों से बात की, और ऑनलाइन क्लासेज से संबंधित उनके अनुभव से इन सवालों के जवाब जानने का प्रयास किया। 
उन्होंने जो भी लाभ बताये और जो भी सुझाव दिए वो हम प्रस्तुत कर रहे हैं।

लाभ :-

1 . अगर किसी कारणवश ऑफलाइन क्लास नहीं चल पा रही है तो हमारे पास अब एक अन्य विकल्प / माध्यम उपलब्ध हैं। अगर कोई बच्चा किसी जरुरी कारणवश स्कूल आने में सक्षम नहीं हैं। तो अब तक ये होता था कि वो दो या तीन महीने स्कूल से दूर रहता था, उसकी पढ़ाई छूट जाती थी। अब हमारे पास ये माध्यम है कि ऑनलाइन क्लास के द्वारा हम उसे अपने से जोड़ सकते हैं।

2. शिक्षकों ने बताया कि अब बच्चे फ़ोन करके सवाल पूछने लगे हैं। अभी दो दिन पहले एक टॉपिक पढ़ाया, कुछ बच्चो को डाउट हुआ तो उन्होंने फ़ोन करके पूछा, ये बहुत बड़ा परिवर्तन नज़र आता हैं। पहले बच्चे किसी कारणवश फ़ोन करने में संकोच करते थे। इसका ये सबसे बड़ा फायदा हुआ है कि बच्चे अध्यापकों के काफी नजदीक आये हैं । जिससे अब हमें भी उनके व्यक्तित्व का विकास करने मे आसानी होगी। हम उनकी कमियों, उनकी तकलीफों को अच्छे से समझ पाएंगे और उनका समाधान करेंगे।

3. इससे बच्चो और अध्यापको में भी एक कौशल का विकास हुआ है। इससे अध्यापक और बच्चे तकनीक के करीब आये है। आज के तकनीकी युग में ये बहुत बड़ा लाभ नज़र आता है।

4. ऑनलाइन क्लासेस से ये फायदा नज़र आता है कि परीक्षाओ के दौरान अगर किसी विद्यार्थी को कोई भी संशय है। तो अब तकनीक के करीब आने के कारण हम उन्हें परीक्षा के दौरान भी सहायता कर सकते है।

5 .इससे बच्चो में कुछ नया जानने या कहे कि बच्चों की जिज्ञासा की प्रवृति में वृद्धि हुई है।

ऑनलाइन क्लासेस से किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा और उनके समाधान :-

शिक्षको के अनुसार ऑनलाइन क्लासेज में जिन समस्याओं का सामना करना पड़ा उनमे अधिकतर नेट की स्पीड, बच्चो के पास पर्याप्त संसाधन की अनुपलब्धता आदि थे।


1. सभी जगह आधारभूत संरचना का विकास करना बहुत जरूरी है। जैसे- इंटरनेट, बिजली आदि की व्यवस्था के बिना ऑनलाइन क्लासेस सफल नही हो सकती हैं।

2. समाज मे हर तरह के बच्चे रहते है। सभी के पास इतने संसाधन उपलब्ध नही हैं।  इसके लिए जो आवश्यक संसाधन चाहिए जैसे फ़ोन ,इंटरनेट आदि वो सभी बच्चो को आसानी से उपलब्ध हो तभी इसका सही से लाभ मिल सकेगा। जिनमें प्रमुख है :-

1. आधारभूत व्यवस्था का विकास करने की जरूरत । क्योकि अभी सभी जगह इंटरनेट उपलब्ध नहीं है ।

2. आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए भी उचित प्रबंध करने जरुरत है।

3. बच्चे ऑनलाइन क्लासेस में ज्यादा समय नहीं दे रहे थे, अनुशासन में भी नहीं थे सभी अपनी मर्जी से आ जा रहे थे। घरवालों को भी ध्यान देने की जरुरत है।

4. ऑनलाइन क्लासेस में जो बच्चे छोटी क्लासेस में हैं। उनमे समझ इतनी नहीं हो पाती है कि वो अपने मन से ज्यादा लम्बे समय तक खुद बैठ सके। उनमे अनुसाशन का विकास करना होता हैं। नहीं तो वो बीच बीच में ही उठ कर जाने लगते है।

5. ऑनलाइन क्लासेज में बच्चो को टालने की आदत होती हैं। ऑफलाइन क्लास में बच्चों को स्कूल के नियमो के अनुसार चलना होता है। जिससे वो पर्याप्त समय दे पाते है।

शिक्षकों के अनुभव से हम यही कह सकते है की ऑनलाइन क्लासेस शिक्षा का एक अच्छा माध्यम तो है परन्तु इसके लिए शिक्षको को भी उचित प्रशिक्षण की आवश्यकता है जिससे बच्चों को अधिक जानकारियां एवं ज्ञान मिल सके। कुछ शिक्षकों के लिए ये बिलकुल नया अनुभव था जिस कारण शिक्षकों को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

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