BOOK REVIEW :- INDIAN POLITY BOOK BY M. LAKSHMIKANT / भारतीय राज्यव्यवस्था बुक एम लक्ष्मीकांत

 

INDIAN POLITY BOOK LAKSHMIKANT

 

किसी भी परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए आवश्यक होता हैं कि प्रत्येक विषय को अच्छी स्टैंडर्ड बुक से पढ़ा जाए। यूपीएससी सिविल सेवा (UPSC CIVIL SERVICE) की तैयारी के लिए बाजार में अनेक कोचिंग सेंटर के नोट्स और अनेक प्रकाशन की पुस्तकें मौजूद हैं। और अभ्यर्थी अपने अनुसार अलग अलग नोट्स व पुस्तकें पढ़ते हैं। परंतु एक विषय ऐसा भी हैं जिसके लिए सिविल सेवा की तैयारी करने वाले अधिक्तर अभ्यर्थी एक ही पुस्तक को ज़्यादा महत्त्ता देते हैं। वो हैं लेखक लक्ष्मीकांत और मग्राहिल पब्लिकेशन की भारतीय राज्यव्यवस्था की पुस्तक। INDIAN POLITY BOOK LAKSHMIKANT

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अभ्यर्थी यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा  (UPSC CIVIL SERVICE EXAM ) की तैयारी हिंदी माध्यम से कर रहे हो या इंग्लिश माध्यम से अधिकतर इसी पुस्तक को पढ़ना पसंद करते हैं।

लक्ष्मीकांत की भारतीय राज्यव्यवस्था ( INDIAN POLITY BOOK BY M. LAKSHMIKANT) की पुस्तक को यूपीएससी सिविल सेवा (UPSC CIVIL SERVICE) अभ्यर्थियों के बीच बाइबिल भी कहा जाता हैं।

भारतीय राज्यव्यवस्था एम लक्ष्मीकांत ( INDIAN POLITY BY M. LAKSHMIKANT)  के लोकप्रिय होने के कारणों में अनेक कारण हैं। पहला तो यहीं है कि ये पुस्तक सिविल सेवा परीक्षा के सिलेबस की मांग को पूरा करती हैं। दूसरा यही की इसमें इस तरह समझाया गया है कि कोई भी अभ्यर्थी जिसका बैकग्राउंड इस विषय से अलग ही रह हो वो भी थोड़ी मेहनत करे तो भारतीय राज्यव्यवस्था की अच्छी समझ विकसित कर सकता हैं।

INDIAN POLITY BOOK LAKSHMIKANT

 

भारतीय राज्यव्यवस्था एम लक्ष्मीकांत ( INDIAN POLITY BY M. LAKSHMIKANT)  6वॉ संस्करण ( 6th edition)

 

लक्ष्मीकांत की भारतीय राज्यव्यवस्था( INDIAN POLITY BOOK BY M. LAKSHMIKANT)  2019-2020 में ही पुस्तक का छठा संस्करण आया हैं।  जिसमें निन्म विशेषताओं को शामिल किया गया हैं -:

1. पुस्तक के अनेक अध्यायों में आवश्यकता के अनुसार अपडेट किया गया हैं।

2. इस एडिशन में multicolor layout हैं।

3. इसमे 80 अध्याय हैं , 16 परिशिष्ट और 940 पृष्ठ हैं ( 80 chapters and 16 appendices ,940 pages)

4. परीक्षा के नए पैटर्न के अनुसार ही अध्यायों को व्यवस्थित किया गया हैं।

5. इस पुस्तक में प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के पिछले वर्षों में आए प्रश्नों को भी दिया गया हैं। साथ ही कुछ अन्य अभ्यास प्रश्न भी दिए गए हैं।

6. जम्मू कश्मीर से सम्बंधित व्यव्यस्था में हुए परिवर्तनों को भी इसमे शामिल किया गया हैं।

7. इसमें कुछ नए अध्यायों को शामिल किया गया हैं   6 नए अध्याय
(1) माल और सेवा कर परिषद (Goods and Services Tax Council )
(2) राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (National Commission for Backward Classes)
(3) राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( National Investigation Agency)
(4) राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन ( National Disaster Management )
(5) क्षेत्रीय दलों की भूमिका ( Role of regional parties)
(6) गठबंधन सरकार ( Coalition Government)

8. जम्मू एवं कश्मीर तथा लद्दाख पर हाल ही में हुए संवैधानिक परिवर्तन, विकास आदि को शामिल किया गया हैं।

INDIAN POLITY BOOK LAKSHMIKANT

 

क्या नया एडिशन लेना चाहिए –

 

भारतीय राज्यव्यवस्था ऐसा विषय है जिसमें समय के साथ बदलाव आता रहता हैं। ये एक dynamic विषय हैं।
समय समय पर संविधान, न्यायपालिका , कार्यपालिका आदि में कुछ न कुछ बदलाव होते ही रहते हैं। अतः हम नए एडिशन से पढ़ने की ही सलाह देंगे।  और अधिक जानकारी के लिए आप विषय के विशेषज्ञ से मार्ग दर्शन प्राप्त कर सकते है।

लेखक के विषय में –

 

एम. लक्ष्मीकांत ने हैदराबाद स्थित उस्मानिया विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की है।
इनके पास सिविल सेवा के अभ्यर्थियों को दशकों से पढ़ाने का अनुभव हैं।

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