हिंदी साहित्य विगत वर्षों के प्रश्न पत्र :- आषाढ़ का एक दिन | Hindi Literature PYQ Mains UPSC | Hindi Literature UPSC PYQ AASADH KA EK DIN
Hindi Literature UPSC PYQ AASADH KA EK DIN
Hindi Literature UPSC PYQ Topic Wise
- ‘आषाढ़ का एक दिन’ शीर्षक की सार्थकता पर विचार करते हुए उसकी आधुनिक प्रासंगिकता की समीक्षा कीजिये। -2001
2. नाटकीय तत्त्वों के आलोक में ‘आषाढ़ का एक दिन’ आपको किन-किन बिंदुओं पर आकृष्ट करता है? तर्कपुष्ट ढंग से अपना अभिमत प्रकट कीजिये। 2007
3. प्रेक्षकों पर संप्रेषणगत प्रभाव की दृष्टि से जयशंकर प्रसाद और मोहन राकेश के नाटकों का तुलनात्मक विवेचन कीजिये -2010
4. आधुनिक मनुष्य की त्रासदी को मोहन राकेश कालिदास, मल्लिका एवं विलोम के माध्यम से किस हद तक व्यक्त कर पाए हैं? विचार कीजिये। -2012
5. रंगमंचीय संभावनाओं की दृष्टि से किए गए एक प्रयोग के रूप में ‘आषाढ़ का एक दिन’ नाटक पर विचार कीजिये।
-2013
6. ‘आषाढ़ का एक दिन’ नाटक के त्रासदीय तत्त्वों का समीक्षात्मक विश्लेषण कीजिए। 2016
7 . रंगमंच’ की दृष्टि से ‘आषाढ़ का एक दिन’ की विवेचना कीजिये । 2019
8 . ‘आषाढ़ का एक दिन’ का कालिदास दुर्बल नहीं है; कोमल, अस्थिर और अंतर्दृढ़ से पीड़ित है।” इस कथन की सप्रमाण संपुष्टि कीजिए । 2020
9 . ”आषाढ़ का एक दिन’ की मल्लिका स्वाधीन चेता स्त्री के जीवन के स्वाभिमान और विडंबना को चरितार्थ करती है।” इस कथन की समीक्षा कीजिए। 2022
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