हिंदी साहित्य विगत वर्षों के प्रश्न पत्र :- कामायनी | Hindi Literature UPSC PYQ Topic Wise kamayani   

Hindi Literature UPSC PYQ Topic Wise kamayani
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1. कामायनी के रूपक तत्त्व का विश्लेषण करते हुए उसमें प्रतिपादित जीवन दर्शन को स्पष्ट कीजिये। -1980

2. श्रद्धा सर्ग के काव्य-सौन्दर्य का उदाहरणों के माध्यम से निरूपण कीजिये। – 1981

3. प्रतीकात्मकता, भाषा, शैली एवं छन्द-योजना की दृष्टि से कामायनी’ में ‘चिन्ता’ सर्ग का महत्त्व स्पष्ट कीजिये। 1984

4. ‘कामायनी’ के आधुनिक बोध का स्वरूप स्पष्ट कीजिये। 1987

5. ‘कामायनी’ काव्य और दर्शन के समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण है।’ इस मत की परीक्षा कीजिये। 1989

6. ‘कामायनी’ के ‘श्रद्धा’ सर्ग के आधार पर कवि की जीवन-दृष्टि एवं उद्देश्य को रेखांकित कीजिये। 1990

7. छायावादी धारा के महाकाव्य के रूप में ‘कामायनी की विशेषताओं पर प्रभाव डालिए। 1991

8. ‘कामायनी’ के काव्य-सौंदर्य को उद्घाटित करते हुए उसमें निहित मिथक, तत्त्व का स्पष्ट कीजिये। 2661

9. “प्रसाद ने प्रकृति के कोमल और प्रलयकारी दोनों रूपों का चित्रण किया हैं।” ‘कामायनी’ में प्रकति वर्णन कीविशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए उपर्युक्त कथन की सार्थकता सिद्ध कीजिये। -1993

10. दिनकर जी ने ‘कामायनी’ को ‘दोष-रहित दूषण-सहित’ कहकर क्या कहना चाहा है- संभावनाओं का आकलन करते हुए अपनी वैचारिक प्रतिक्रिया व्यक्त कीजिये। -1994

11. ध्वन्यात्मकता, लाक्षणिकता, उपचारवक्रता और अनुभूति की विवृति को छायावाद की विशेषता मानने वाले प्रसाद
ने उसे ‘कामायनी’ में कैसे मूर्त किया है? स्पष्ट कीजिये। -1995

12 . कामायनी के अंगीरस का निरूपण रसवादी समीक्षा-पद्धति से कीजिये। -1996

13 . “कामायनी में जयशंकर प्रसाद ने मानव मन एवं मानवता के विकास की कहानी प्रस्तुत की है। “एतत्संबंध में अपना पक्ष उपस्थापित कीजिये -1997

14. “कामायनी में प्राचीन एवं अर्वाचीन संस्कृतियों का सुन्दर समन्वय मिलता है।”- इस कथन की तर्कयुक्त विवेचना प्रस्तुत कीजिये। -1998

15. कामायनी में अभिव्यक्त आनन्दवाद और समरसता का सोदाहरण विवेचन कीजिये। -1999

16. छायावाद की प्रमुख विशेषताओं के आधार पर ‘कामायनी’ का मूल्यांकन कीजिये। 2000

17. ‘कामायनी’ में चित्रित मानव-सभ्यता के विकास की विभिन्न स्थितियों और समस्याओं का विवेचन कीजिये। 2002

18. ‘कामायनी’ का समरसता संदेश वर्तमान जीवन स्थितियों में कहाँ तक प्रासंगिक है। तर्कसहित बताइये। 2004

19. रूपक तत्त्व की दृष्टि से ‘कामायनी’ की विवेचना करते हुए उसके उद्देश्य पर प्रकाश डालिये। 2005

20. ‘कामायनी को जयशंकर प्रसाद को अन्यतम काव्यकृति क्यों कहा जाता है ? सतर्क और सोदाहरण अपने मत का उपस्थान कीजिये।
21. ‘कामायनी उज्ज्वल चेतना का सुन्दर इतिहास है’- इस कथन से आप कहाँ तक सहमत हैं? -2011

22. “बुद्धिवाद के विकास में, अधिक सुख की खोज में, दुख मिलना स्वाभाविक है”। ‘कामायनी’ के आधार पर इस कथन की समीक्षा कीजिये। 2014

23 .  रामचरितमानस के बाद कामायनी एक ऐसा प्रबंध काव्य है जो मनुष्य के संपूर्ण प्रश्नों का अपने ढंग से कोई ना कोई संपूर्ण उत्तर देता है विचार कीजिए 2015

24 . कामायनी को चेतना का सुंदर इतिहास और अखिल मानव भाव का सत्यशोधक काव्य क्यों कहा गया है अपने विचार प्रस्तुत कीजिए 2018

24   ‘कामायनी’ विषम परिस्थितियों में जीवन के सृजन का महाकाव्य है।’ स्पष्ट कीजिये । 2019

25  . ‘प्रसाद मूलतः प्रेम और सौंदर्य के कवि हैं।” इस कथन के आधार पर ‘कामायनी’ में अभिव्यक्त प्रेम एवं सौंदर्य का स्वरूप स्पष्ट कीजिए। 2020

26  . कामायनी’ का गौरव उसके युगबोध, परिपुष्ट चिंतन, महत् उद्देश्य और प्रौढ़ शिल्प में निहित है।” इस कथन की विवेचना कीजिए। 2021

 

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