हिंदी साहित्य विगत वर्षों के प्रश्न पत्र :- राम की शक्ति पूजा | Hindi Literature UPSC PYQ Topic Wise RAM KI SHAKTI PUJA   

Hindi Literature UPSC PYQ Topic Wise RAM KI SHAKTI PUJA
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1. ‘धिक जीवन को जो पाता ही आया विरोध’ पंक्ति के आधार पर ‘राम की शक्ति पूजा’ की द्वन्द्वात्मक संरचना पर प्रकाश डालिये? -1985

2. “वह एक और मन रहा राम का जो न थका” यह पंक्ति ‘राम की शक्ति पूजा’ की केंद्रीय संवेदना की वाहक है- परीक्षा कीजिये? -1988

3. निराला ने महाकाव्य की रचना नहीं की है, पर उनके कथात्मक काव्य में इस शैली के अनेक तत्त्व पाये जाते हैं। उनकी प्रमुख कविताओं को दृष्टि में रखते हुए इस कथन की विवेचना कीजिए? -1990

4. ‘राम की शक्ति-पूजा’ की शिल्प की दृष्टि से समीक्षा कीजिये। 1992

5. ‘राम की शक्ति-पूजा’ का विषय आख्यानों जैसा है, जिसमें वस्तु-योजना के साथ-साथ कवि को कल्पना के प्रसार के लिये भी अवसर मिला है। समीक्षा कीजिये। 1993

6. ‘राम की शक्ति पूजा’ में कवि ने युग-सत्य के साथ सार्वकालिक सत्य की भी व्यंजना की है”-  प्रमाण और उपपत्ति दीजिये। 1995

7. ‘राम की शक्ति-पूजा में महाकाव्योचित औदात्य की स्थिति लक्षित होती हैं।” इस कथन पर अपने पक्ष को तर्क और प्रमाण के साथ प्रस्तुत कीजिये। 1906

8. “देश के अभ्युत्थान के लिए शक्ति की उपासना आवश्यक है।”- ‘राम की शक्ति पूजा’ को दृष्टिगत कर निराला जी.
की शक्ति विषयक अवधारणा काव्य में चित्रित चरित्रों के तत्त्वों के माध्यम से स्पष्ट कीजिये। -1997

9. “राम की शक्ति पूजा” नामक लंबी प्रबंधात्मक कविता में महाकाव्यात्मक गरिमा विद्यमान है।” इस कथन के आलोक में उसके काव्य-रूप को स्पष्ट करते हुए कविता के काव्य-सौष्ठव पर प्रकाश डालिये। -1998

10. ‘राम की शक्तिपूजा’ के आधार पर निराला की चरित्र-चित्रण कला की विशेषताएँ स्पष्ट कीजिये। -2003

11. निराला अपने समय की आवश्यकतानुसार प्रसंग का चयन, प्रसंग का विस्तार तथा प्रसंग की व्याख्या करते थे। क्या निराला की यह विशेषता ‘राम की शक्तिपूजा’ में भी दृष्टिगोचर होती है? युक्तियुक्त विवेचना कीजिये। -2006

12. निराला जीवन के राग-विराग के विशिष्ट कवि हैं- विवेचना कीजिये। 2010

13. इस बात पर विचार कीजिये कि ‘राम की शक्तिपूजा’ की संरचना में एक पराजित और दूसरे अपराजित मन की अस्तित्वानुभूति के साथ-साथ ‘तुलसीदास’ और ‘सरोज-स्मृति’ का सार सन्निहित है। 2013

14. सोदाहरण निर्वाचित कीजिये कि ‘राम की शक्तिपूजा’ के बाद निराला की रचनाओं में आकांक्षा पूर्ति के स्वप्न क्रमश: कम होते गए हैं। 2014

15. ‘राम की शक्तिपूजा’ का आज के समय में नया पाठ क्या. हो सकता है. स्पष्ट कीजिये। 2015

16 . ‘राम की शक्ति पूजा’ में निराला के आत्मसंघर्ष की भी व्यथा-कथा है ।’ सोदाहरण स्पष्ट कीजिये । 2019

17 . ‘प्रसाद मूलतः प्रेम और सौंदर्य के कवि हैं।” इस कथन के आधार पर ‘कामायनी’ में अभिव्यक्त प्रेम एवं सौंदर्य का स्वरूप स्पष्ट कीजिए। 2020

18 . कामायनी’ का गौरव उसके युगबोध, परिपुष्ट चिंतन, महत् उद्देश्य और प्रौढ़ शिल्प में निहित है।” इस कथन की विवेचना कीजिए। 2021

 

 

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