National Population Policy 2000 UPSC Notes in Hindi | NPP 2000  | राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000

राष्ट्रीय जनसंख्या नीति (एनपीपी) 2000 ( National Population Policy 2000 UPSC Notes in Hindi ) केंद्र सरकार की दूसरी जनसंख्या नीति है। इससे पहले राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 1976 लागू की गयी थी। 

इस लिंक पर क्लिक करके राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 1976 के विषय में पढ़े – यहाँ पढ़े। 

राष्ट्रीय जनसँख्या नीति का उद्देश्य ( National Population Policy 2000 UPSC Notes in Hindi )  –

1. तात्कालिक उद्देश्य

एकीकृत सेवा वितरण के साथ व्यापक दृष्टिकोण , स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे , गर्भनिरोधक और स्वास्थ्य कर्मियों की अधूरी जरूरतों को संबोधित करना और बुनियादी प्रजनन और बाल स्वास्थ्य देखभाल के लिए एकीकृत सेवा वितरण प्रदान करना।

2. मध्यम अवधि का उद्देश्य
2010 तक कुल प्रजनन दर (टीएफआर) को प्रतिस्थापन स्तर तक कम करना था। कुल प्रजनन दर को प्रति महिला 2.1 बच्चे होना था।

3. दीर्घकालिक उद्देश्य –

“2045 तक सतत आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप स्तर पर स्थिर जनसंख्या प्राप्त करना है।”

राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की महत्वपूर्ण विशेषताएँ ( National Population Policy 2000 UPSC Notes in Hindi)

1. 14 वर्ष की आयु तक स्कूली शिक्षा निःशुल्क और अनिवार्य बनाना और लड़कों और लड़कियों दोनों की स्कूल छोड़ने की दर को कम करना।
2. देश में शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) को प्रति 1000 जीवित जन्मों पर 30 से कम करना (एनपीपी लाए जाने के समय निर्धारित 2010 तक इसे हासिल किया जाना था)।
3. मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) को प्रति 1 लाख जीवित जन्मों पर 100 से कम करना (एनपीपी लाए जाने के समय निर्धारित 2010 तक इसे हासिल किया जाना था)।
4. टीके से रोकी जा सकने वाली बीमारियों के खिलाफ सभी बच्चों के लिए सार्वभौमिक टीकाकरण प्राप्त करना।
5. लड़कियों के लिए विवाह आयु को बढ़ाने हेतु प्रोत्साहित करना (अधिमानतः 18 वर्ष से पहले और 20 वर्ष से अधिक)।
6. 80 प्रतिशत संस्थागत प्रसव तथा 100 प्रतिशत प्रसव प्रशिक्षित व्यक्तियों द्वारा कराना।
7. गर्भावस्था, जन्म, मृत्यु और विवाह का 100% पंजीकरण प्राप्त करना।
8. प्रजनन विनियमन और गर्भनिरोधक के लिए सूचना/परामर्श और सेवाओं तक सार्वभौमिक पहुंच उपलब्ध कराना।
9. एड्स के प्रसार को रोकना, प्रजनन तंत्र के संक्रमण (आरटीआई) और यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) और राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (एनएसीओ) के प्रबंधन के बीच बेहतर समन्वय को बढ़ावा देना।
10. संचारी रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण।
11. प्रजनन और बाल स्वास्थ्य सेवाओं में भारतीय चिकित्सा प्रणालियों (आयुष) को एकीकृत करना।
12. छोटे परिवार के आदर्श को मजबूती से प्रोत्साहित करना।
13. परिवार नियोजन और कल्याण एक जन-केंद्रित कार्यक्रम बनाने के लिए सभी सम्बंधित सामाजिक कार्यक्रमो का एकीकरण करना।

यह जनसँख्या नीति अन्य पिछले प्रयासों से अलग कैसे –

इस नीति में पहली बार जनसंख्या समस्या अन्य समस्याओं से एकीकृत रूप में देखने का प्रयास किया गया है। इसमें जनसँख्या समस्या को बाल अस्तित्व, मातृ स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और गर्भनिरोधक मुद्दों के साथ जोड़कर देखा गया था।

भारत में जनसँख्या नीतियों के विकास और उनके असफ़ल होने के करने को यहाँ क्लिक करके पढ़े –

भारत की जनसंख्या नीतियों का विकास | National Population Policies History UPSC Notes In Hindi

National Population Policy 1976 [UPSC Notes] | राष्ट्रीय जनसँख्या नीति 1976

HKT BHARAT SOCIAL MEDIA ACCOUNTS –

FACEBOOK

KOO APP