बायो बबल (BIO BUBBLE IN HINDI)

आईपीएल ( IPL) की वजह से कुछ सवाल चर्चा में है जैसे कि बायो बबल क्या हैं ? बायो बबल किसे कहते हैं (BIO BUBBLE KYA HOTA HAI) ? BIO BUBBLE IN HINDI

पूरा देश कोरोना महामारी से बुरी तरह से त्रस्त हैं। कोरोना की चपेट में देश के हर कोने में व्यक्ति आ रहा हैं। ऐसे में कोरोना से बचने के लिए अनेक तरीकों का प्रयोग किया जा रहा हैं। जैसे क्वारंटाइन , वैक्सीनेशन , मास्क का प्रयोग , दो गज की दूरी आदि ये ऐसे तरीके है जो विशेषज्ञ बता रहे हैं। बायो बबल (BIO BUBBLE) भी एक ऐसा शब्द हैं जो इस महामारी में ही लोगो को ज्यादा सुनने या पढ़ने को मिला हैं।

कोरोना महामारी के कारण हर तरह के कार्यो में व्यवधान पड़ा हैं। सिनेमा से संबंधित , खेल से संबंधित, रोजगार से सबंधित , प्रशासन से संबंधित आदि सभी कामों में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। देश मे आईपीएल 2021 के आयोजन किया जा रहा हैं। जिसमें खिलाड़ियों को बायो बबल से सुरक्षित रखने की बात की जा रही हैं।

अब कुछ खिलाड़ी बायो बबल में भी खुद को सुरक्षित नहीं महसूस कर रहे हैं। जिससे कुछ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी आईपीएल को बीच मे छोड़ कर चले गए हैं।

ऐसे में अनेक व्यक्तियों के मन मे ये प्रश्न है कि आखिर ये बायो बबल है क्या ?
अतः इस विषय पर चर्चा करना आवश्यक है। जिससे हम बायो बबल के विषय में पूर्ण रूप से अपने पाठकों को समझा सके कि ये बायो बबल आखिर हैं क्या।

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बायो बबल से अभिप्राय एक सुरक्षित वातावरण से हैं। खिलाड़ी सहित सभी स्टाफ इसी वातावरण में रहते हैं। इस वातावरण में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति बाहर के संपर्क से पूर्ण रूप से कट जाते हैं।
बायो बबल को इको बबल नाम से भी पुकारा जाता हैं। बायो बबल में प्रवेश करने से पहले कुछ नियमो का पालन करना पड़ता हैं। बायो बबल एक तरह से क्वारंटाइन की तरह ही होता हैं ।

बायो बबल में निन्म कार्यप्रणाली को अपनाया जाता हैं –

  • बायो बबल में प्रवेश करने से पहले कोरोना का टेस्ट होना जरूरी हैं। जिसमे नेगेटिव रिपोर्ट प्राप्त व्यक्ति को ही प्रवेश की अनुमति होती हैं।
  • बायो बबल में प्रवेश से पहले खिलाड़ियों को 7 दिन का क्वारंटाइन समय बिताना पड़ता हैं।
  • खिलाड़ियों को होटल से लेकर मैदान तक बायो बबल के अंतर्गत सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराया जाता हैं।
  • बायो बबल के अंदर रहने वाले व्यक्ति ही आपस में मिल सकते हैं।
  • बायो बबल में रहने वाले व्यक्ति को विशेष स्तिथि के अतिरिक्त इससे बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जाती हैं।
  • अगर कोई किसी विशेष कारणवश बायो बबल से बाहर जाता भी है तो दुबारा उसको रिपोर्ट नेगेटिव होनी चाहिए और उसको कुछ समय के लिए क्वारंटाइन रहना पड़ता हैं।
  • अगर कोई बायो बबल से बाहर जाता है और नियमों को तोड़ता है। तो उसपर कार्रवाही की जाती हैं। जिसमे कुछ मैचों के प्रतिबंध भी लग सकते हैं।

अतः बायो बबल या इको बबल एक ऐसा वातावरण है जिसमे कुछ कठिन नियमों पर आधारित एक परिवेश का निर्माण किया जाता हैं।

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