रेलवे की शुरुआत से होने वाले परिवर्तन | Effects of the introduction of railways UPSC in Hindi

UPSC GS PAPER -1 2023 – QUESTION – विश्व के विभिन्न देशों में रेलवे की शुरूआत के सामाजिक-आर्थिक प्रभावों पर प्रकाश डालिए। Bring out the socio-economic effects of the introduction of railways in different countries of the world. Effects of the introduction of railways

Effects of the introduction of railways .
Effects of the introduction of railways
Effects of the introduction of railways .

Effects of the introduction of railways

रेलवे की शुरूआत के सामाजिक-आर्थिक प्रभाव:

शहरीकरण:

  • रेलवे ने आर्थिक अवसरों तक बेहतर पहुँच प्रदान करके शहरी विकास को गति दी। शहरीकरण की दर को बढ़ाने में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर रेलवे का योगदान हैं।
  • उदाहरण: संयुक्त राज्य अमेरिका में रेलवे नेटवर्क ने शिकागो और लॉस एंजिल्स जैसे शहरों के विस्तार में योगदान दिया।

औद्योगीकरण और आर्थिक विकास:

  • रेलवे ने कच्चे माल और तैयार उत्पादों के लागत प्रभावी परिवहन की सुविधा प्रदान करके औद्योगीकरण को बढ़ावा दिया।
  • उदाहरण: यूनाइटेड किंगडम द्वारा रेलवे को जल्दी अपनाने से औद्योगिक क्रांति में तेजी आई।

बेहतर पहुंच:

  • रेलवे ने दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंच बढ़ाई, आर्थिक विकास और राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा दिया। रेलवे ने दुर्गम क्षेत्रों तक भी पहुँच को सुगम बनाया हैं।
  • उदाहरण: अगर भारत का उदाहरण ले तो यहाँ भी दूरदराज के क्षेत्रो को जोड़ने का कार्य रेलवे ने किया है। कनाडा का अंतरमहाद्वीपीय रेलवे, कनाडाई प्रशांत रेलवे, तटों को जोड़ता है, आर्थिक विकास और एकता में सहायता करता है।

ग्रामीण-शहरी प्रवास:

  • रेलवे से ग्रामीण से शहरी और शहर से ग्रामीण प्रवास को गति मिलती हैं। शहरों में बेहतर आर्थिक संभावनाओं के कारण रेलवे ने ग्रामीण-शहरी प्रवासन को सुविधाजनक बनाया।
  • उदाहरण: चीन के हाई-स्पीड रेल नेटवर्क के कारण महत्वपूर्ण ग्रामीण-से-शहरी प्रवासन हुआ।

कृषि क्षेत्र में योगदान

  • रेलवे की सहायता से कृषि क्षेत्र में उत्पादों को समय रहते बाजार तक ले जाना आसान हुआ। जिससे कृषि उत्पाद के ख़राब होने से बचाने में सहायता प्राप्त हुई और किफ़ायती कीमत पर किसानो को सुगम परिवहन साधन मिला हैं। ।
  • उदाहरण: भारत के व्यापक रेलवे नेटवर्क से किसानों को भी लाभ प्राप्त होता है जैसे किसान सब्जी, दूध आदि समय रहते बाजार तक ले जाते हैं। जिससे उपभोक्ताओं को समान रूप से लाभ हुआ।

सांस्कृतिक आदान प्रदान :

  • रेलवे का एक मुख्य योगदान सांस्कृतिक मूल्यों के आदान- प्रदान में भी हैं। जिससे एक संस्कृति को दूसरी संस्कृति से संपर्क कराने में सहायता प्राप्त होती हैं। इससे समाज में एकता का विकास होता हैं।
  • उदाहरण: भारत में रेलवे पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण सांस्कृतिक आदान- प्रदान का स्रोत भी हैं।
    यूरोप के हाई-स्पीड रेल नेटवर्क ने सीमा पार यात्रा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान की।

 सामाजिक गतिशीलता:

  • रेलवे सामाजिक गतिशीलता का एक मुख्य साधन है। रेलवे के कारण रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई ।
  • उदाहरण: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जापान ने रेलवे को रोजगार और सामाजिक गतिशीलता के स्रोत के रूप में देखा।

बुनियादी ढांचा विकास:

  • रेलवे ने पुलों और स्टेशनों सहित बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा दिया। इससे एक तो रेलवे के कलपुर्जो के लिए नए उद्योग विकसित होते है जो बुनियादी ढांचा निर्माण को भी गति प्रदान करते हैं।
    दूसरा इससे सामग्री के आदान प्रदान में समय कम लगता है और लागत भी कम आती हैं।
    उदाहरण: स्पेन के हाई-स्पीड रेल नेटवर्क (एवीई) के लिए महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के निवेश की आवश्यकता थी, जिससे निर्माण-संबंधित उद्योगों को बढ़ावा मिला।

पर्यावरणीय प्रभाव:

  • रेलवे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण करके पेड़ पौधे को हटाना होता हैं। जिससे प्राकृतिक आवस का ह्रास और निवास स्थल में भी व्यवधान उत्पन्न होता हैं। इससे पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुँचता हैं।
  • उदाहरण: ऑस्ट्रेलिया को रेलवे के कारण पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

पूरे इतिहास में कई देशों के समकालीन सामाजिक-आर्थिक ढांचे को ढालने में रेलवे ने निस्संदेह एक केंद्रीय स्थान हासिल किया है।

 

Related Pots – 

धर्मनिरपेक्षता और पंथनिरपेक्षता | DHARMPIRPAKSH AND PANTHNIRPAKSH IN HINDI

 

FACEBOOK

KOO APP